यदि रूखी त्वचा बन गयी है आपकी चिंता का कारण … तो अब अपनाएं इस समस्या से निपटने के आयुर्वेदिक नुस्खे …

Ayurvedic treatment for Dry Skin

चेहरे की त्वचा का रुखा होना आपकी सुन्दरता पर दाग लगा देता है | अक्सर यह रुखापन सर्दियों के समय नज़र आता है | आयुर्वेद में ऐसे कई किफायती और केमिकल रहित उपाय हैं त्वचा को मुलायम, कोमल और सुंदर बनाते हैं। इन्हें जानने से पहले आइये उन कारणों के जानते हैं जो हमारी त्वचा को रुखा बनाते हैं।

 

क्यों आता है त्वचा में रुखापन… जानिये इसके कारण

(Causes of Dryness in Skin)

  • उम्र का बढ़ना
  • संतुलित भोजन न ग्रहण करना
  • अधिक तनाव लेना
  • मौसम में परिवर्तन होना
  • शरीर में वात का बढ़ जाना आदि

 

क्या हैं त्वचा में रुखेपन को दूर करने के आयुर्वेदिक नुस्खे … जानिये

(Ayurvedic Tips to curb Dryness in Skin) 

सब्जियों का सेवन करें :-पानी से भरी सब्जियों का सेवन करने से पाचन क्रिया आसान हो जाती हैं | लाभदायक सब्जियां जैसे गाजर, लौकी, खीरा, मूली आदि नियमित रूप से खाएं । ये सब्जियाँ त्रिदोषक होती हैं और हर प्रकार की त्वचा के लिए बहुत लाभदायक होती हैं। हमें प्रतिदिन कम से कम तीन सब्जियों का सेवन अवश्य करना चाहिए।

 

नियमित व्यायाम करें :- व्यायाम से हम शरीर में वात का बढ़ना रोक सकते हैं। यही नही, व्यायाम करने से हमारे शरीर के टॉक्सिन्स पसीने के रूप में बहार निकल जाते हैं, जो स्वतः अपने आप में त्वचा की चमक बरकरार रखने में महत्वपूर्ण होता है।

 

सीड्स और नट्स का नियमित सेवन करें :- आयुर्वेद में बताया जाता है की व्यक्ति को सीड्स और नट्स का सेवन भोजन के साथ अवश्य करना चहिये। ऐसा करने से त्वचा में अच्छा परिवर्तन आता है और वह साफ़ और कोमल दिखाई देती है। वात के कारण हमारी तवचा खुश्क हो जाती है परन्तु सीड्स और नट्स में ओमेगा 3 और प्राकृतिक फैट्स पाये जाने के कारण त्वचा की नमी बनी रहती है |

 

हर्बल चाय का इस्तेमाल करें :- वात से खुश्की बढ़ जाती है और नमी की कमी के कारण त्वचा की कोमलता नष्ट हो जाती है। इससे बचने के लिए हम गर्म पदार्थ जैसे हर्बल टी आदि का दिन में कई बार सेवन कर सकते हैं। अदरक और नींबू के मिश्रण से तैयार चाय का सेवन करने से त्वचा हमेशा चमकती रहती है। इससे पाचन भी ठीक रहता है।