मधुमेह हो सकता है जानलेवा … अब दूर करें इस रोग को आयुर्वेदिक उपचार द्वारा …

मेथी के चूर्ण से करें मधुमेह को कंट्रोल … जानिए कैसे

मधुमेह या डायबिटीज हाल के सालों में होने वाला सबसे खतरनाक जीवनशैली रोग माना जाता है। हर साल कई हजार लोग इससे प्रभावित होते हैं। किसी भी कार्य को करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। शरीर को भी ऊर्जा की आवश्यकता होती है और शरीर इसकी पूर्ति, शरीर में उपलब्ध ग्लूकोज़ से करता है। भोजन शरीर में जाकर ग्लूकोज़ में परिवर्तित हो जाता है और ग्लूकोज़ रक्त में मिल जाता है। परन्तु मधुमेह रोगी शरीर में उपलब्ध ग्लूकोज़ का पूरा उपयोग नही कर पाता है। यदि सही समय पर उपचार नही किया जाये तो यह शरीर के महत्वपूर्ण अंगो के लिए काफी नुकसानदायक होती है। इसलिए आइयें जानें मधुमेह के बारें में जिसे लोग आम बोलचाल की भाषा मे शुगर भी कहते हैं।

 

मधुमेह के लक्षण

(Symptom Of Diabetes)

  • अत्यधिक प्यास लगना और बार बार पेशाब आना
  • जख्मों का जल्दी नही भरना और बार बार संक्रमण से प्रभावित होना
  • थकान महसूस होना
  • धुंधला दिखना
  • पैरो और हाथों में झनझनाहट होना
  • मसूड़ों में सूजन होना
  • वजन कम होना

मधुमेह के कई कारण होते हैं जैसे गलत जीवनशैली, मोटापा, अधिक मीठा खाना आदि। मधुमेह के जो कारण सबसे अधिक देखे जाते हैं वह निम्न हैं:

 

क्या हैं मधुमेह होने के कारण … जानिए  

(Causes of Diabetes )

  • मोटापा मधुमेह होने का सबसे बड़ा कारण है।
  • गर्भावस्था में रक्त में ग्लूकोज़ की अधिक मात्रा होना
  • रक्त वाहिका रोग होना
  • उच्च रक्त चाप और उच्च कोलेस्ट्रोल लेवल होना
  • प्री डायबिटिक होना
  • इसे खानदानी रोग भी कह सकते हैं । अगर परिवार में किसी को मधुमेह है या था तो सावधानी बरतने की ज़रूरत है।

मधुमेह का घरेलु इलाज

  • दिन में दो बार 1 चम्मच मेथी के पाउडर का सेवन पानी के साथ अवश्य करें।
  • दिन में एक बार 2 चम्मच कड़वी लौकी के रस को एक चम्मच आंवला के रास के साथ मिलकर कर सेवन करें।
  • दिन में एक बार 2 चम्मच करेले के रास का सेवन करें।

 

कैसे करें मधुमेह से बचाव और सावधानियाँ … जानिए

(Precautions for Diabetes)

  • प्रतिदिन एक घंटा व्यायाम जरूर करें।
  • अपने घर में प्रतिदिन मधुमेह का टेस्ट करें। रक्त में शुगर की मात्रा का ध्यान रखें।
  • इन्सुलिन इंजेक्शन को तैयार करना और स्वयं लगाना आना चाहिए।
  • एक इन्सुलिन पम्प साथ रखना।
  • कार्बोहाइड्रेट गिनती को ध्यान में रखना।
  • रक्तचाप कम होने पर मत्वपूर्ण जानकारी का ध्यान रखना